वो मोहब्बत की गलियों में मशहूर थे हम एकतरफा इश्क़ में मसरूफ थे ... वो मोहब्बत की गलियों में मशहूर थे हम एकतरफा इश्क़ में मसरूफ थे ...
तुम हो मैं हूँ और इश्क़ की इनायतें हैं। तुम हो मैं हूँ और इश्क़ की इनायतें हैं।
इश्क की न इंतहा कीजिए कम से कम कुछ कहा कीजिए इश्क की न इंतहा कीजिए कम से कम कुछ कहा कीजिए
फूल है तो कब तक महक देगा वो बिन कांटा गुलाब कब खिलने लगा फूल है तो कब तक महक देगा वो बिन कांटा गुलाब कब खिलने लगा
जी , हवा का ज़ोर तो अब बदला है , ये किस्सा अब किसी और करवट हो चला है। मोहब्बत भी अधू जी , हवा का ज़ोर तो अब बदला है , ये किस्सा अब किसी और करवट हो चला है। म...
घर आने में ही देर यूं लगी कोई मिल गया था कल राह में। घर आने में ही देर यूं लगी कोई मिल गया था कल राह में।